Tuesday, September 20, 2011

I demand a Parliamentary Canteen in all villages for Poor

If you earn Rs32/ per day , you are not poor as per definition of poor given in Supreme Court by Government led by Economist Prime Minister. You should however request learned Manmohan Singh to allow you and your family to eat and stay in Parliament.

Because rate of various food items is such that Rs.32/ per day will look enough.See below the rate chart of Parliament.

चाय = 1 रूपया प्रति चाय

सूप = 5.50 रुपये

दाल = 1.50 रूपया

शाकाहारी थाली (जिसमे दाल, सब्जी 4 चपाती चावल/पुलाव, दही, सलाद ) =
> 12.50 रुपये

मांसाहारी थाली = 22 रुपये
>
दही चावल = 11 रुपये
>
शाकाहारी पुलाव = 8 रुपये
>
चिकेन बिरयानी = 34 रुपये
>
फिश कर्री और चावल = 13 रुपये
>
राजमा चावल = 7 रुपये
>
टमाटर चावल = 7 रुपये
>
फिश करी = 17 रुपये
>
चिकन करी = 20 .50 रुपये
>
चिकन मसाला = 24 .50 रुपये
>
बटर चिकन = 27 रुपये
>
चपाती = 1 रूपया प्रति चपाती
>
एक पलते चावल = 2 रुपये
>
डोसा = 4 रुपये
>
खीर = 5.50 रुपये प्रति कटोरी
>
फ्रूट केक = 9 .50 रुपये
>
फ्रूट सलाद = 7 रुपये
>
यह वास्तविक मूल्य सूची है
>
ऊपर बताई गई सारी मदें ” गरीब लोगों “केवल और केवल के लिए है जो

कि भारत के संसद की केन्टीन में ही उपलब्ध है.

और इन

गरीब लोगों की तनख्वाह 80,000 रुपये प्रति माह ह

इसके अलावा इन्हें बोनस के रूप में भारी से

भारी घोटाले करके अरबों - खरबों रुपये हडपने की खुल्ली छूट है .

और ये सारा का सारा पैसा पब्लिक की जेब से जाता है

जिसे हम और आप टैक्स के रूप में चुकातेहै

No comments: